सोशल मीडिया के बढ़ते दौर में जहां युवा अपनी पहचान बनाने के लिए वीडियो और रील्स का सहारा ले रहे हैं, वहीं बुलन्दशहर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाने वाले एक स्थानीय इनफ्लुएंसर शादाब को दबंगों ने न केवल पीटा बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी।
घटना गुलावठी कोतवाली क्षेत्र के पीर खां मोहल्ले की है, जहां इस मामले ने सोशल मीडिया और स्थानीय समुदाय में हड़कंप मचा दिया है।
घटना का पूरा विवरण:
पीड़ित इनफ्लुएंसर शादाब का कहना है कि वह काफी समय से इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाते आ रहे हैं, लेकिन कुछ स्थानीय दबंगों को यह पसंद नहीं आ रहा था।
शादाब के मुताबिक, आरोपी उन्हें कई दिनों से वीडियो न बनाने की धमकी दे रहे थे। बुधवार की शाम को जब वह अपने मोहल्ले में रील शूट कर रहे थे, तभी चार युवकों ने उन पर हमला कर दिया और बुरी तरह से मारपीट की।
पीड़ित ने गुलावठी कोतवाली में तहरीर देकर चार नामजद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की प्रतिक्रिया:
गुलावठी कोतवाली पुलिस ने मामले में तहरीर प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपों की जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
थाना प्रभारी का बयान:
“मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। सभी तथ्यों की जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
पीड़ित की बाइट:
🎙️ “मैं शादाब हूं… मैं इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाता हूं। कुछ लोग काफी दिनों से धमकी दे रहे थे कि वीडियो मत बनाओ। मैंने डर के बावजूद वीडियो बनाना नहीं छोड़ा, तो मुझे पीट दिया। मुझे न्याय चाहिए…”
समाज में चिंता और सवाल:
यह घटना केवल एक व्यक्ति पर हमले की नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी हमला है। सवाल यह है कि क्या आज के समय में कोई युवा अपने सपनों को जी भी नहीं सकता?
सोशल मीडिया पर वीडियो बनाना अपराध नहीं है। ऐसे में दबंगों की मानसिकता और कानून व्यवस्था पर सवाल उठना लाज़मी है।
STV India की अपील:
सरकार और प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सोशल मीडिया एक्टिविस्ट्स और इनफ्लुएंसर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
निष्कर्ष:
पीर खां मोहल्ले की यह घटना न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए चेतावनी है, बल्कि समाज के लिए भी सोचने का विषय है कि हम कितने सहिष्णु हैं। शादाब जैसे युवाओं को प्रोत्साहन की जरूरत है, न कि धमकी और हिंसा की।
क्या आपके क्षेत्र में भी ऐसा कुछ हुआ है? हमें बताएं।
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