बुलंदशहर में बारात की आतिशबाजी से हादसा: स्याना रोड पर स्क्रैप गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का नुकसान

दिनांक: 30 जून 2025

बुलंदशहर के थाना देहात कोतवाली क्षेत्र में स्याना रोड पर इमलिया गांव के रॉयल फार्म के पास एक दुखद हादसा सामने आया है। दिल्ली से आई एक बारात में चढ़त के दौरान की गई जमकर आतिशबाजी ने पास के एक स्क्रैप गोदाम में भीषण आग लगा दी। इस आग में गोदाम में रखा लाखों रुपये का स्क्रैप जलकर राख हो गया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। यह घटना न केवल एक बड़े नुकसान का कारण बनी, बल्कि आतिशबाजी के दौरान सुरक्षा उपायों की कमी को भी उजागर करती है।

हादसे का पूरा घटनाक्रम

शनिवार की रात, स्याना रोड पर इमलिया गांव के रॉयल फार्म में दिल्ली से आई एक बारात में चढ़त का समारोह चल रहा था। इस दौरान बारातियों ने जमकर आतिशबाजी की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतिशबाजी की चिंगारियां पास के एक स्क्रैप गोदाम तक पहुंच गईं, जहां ज्वलनशील सामग्री होने के कारण देखते ही देखते आग भड़क उठी। आग इतनी तेजी से फैली कि गोदाम में रखा लाखों रुपये का स्क्रैप कुछ ही समय में जलकर राख हो गया।

स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। देहात कोतवाली पुलिस और फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने घंटों की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक गोदाम में रखा ज्यादातर सामान नष्ट हो चुका था। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “आतिशबाजी इतनी तेज थी कि चिंगारियां दूर तक उड़ रही थीं। अचानक गोदाम में आग की लपटें उठने लगीं, और सब कुछ जलने लगा।”

लाखों का नुकसान, गोदाम मालिक सदमे में

स्क्रैप गोदाम के मालिक के अनुसार, इस हादसे में लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। गोदाम में प्लास्टिक, धातु, और अन्य ज्वलनशील स्क्रैप सामग्री थी, जो आग की चपेट में आ गई। मालिक ने बताया, “यह मेरे लिए बहुत बड़ा नुकसान है। इतने साल की मेहनत एक रात में खत्म हो गई। आतिशबाजी करने वालों को थोड़ा ध्यान रखना चाहिए था।” गोदाम मालिक ने प्रशासन से मुआवजे और इस हादसे की जांच की मांग की है।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

देहात कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बारात के आयोजकों और रॉयल फार्म के प्रबंधन से पूछताछ शुरू की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आतिशबाजी के लिए उचित अनुमति ली गई थी या नहीं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “हम यह जांच कर रहे हैं कि आतिशबाजी की वजह से आग कैसे लगी और क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

फायर ब्रिगेड के एक कर्मचारी ने बताया कि आग को बुझाने में काफी मुश्किल हुई क्योंकि स्क्रैप में मौजूद ज्वलनशील सामग्री ने आग को और भड़काया। उन्होंने कहा, “हमने तुरंत कार्रवाई की, लेकिन आग की तीव्रता इतनी थी कि पूरा गोदाम जल गया।”

आतिशबाजी और सुरक्षा चूक: एक गंभीर मुद्दा

यह हादसा बुलंदशहर में आतिशबाजी के दौरान सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करता है। हाल के वर्षों में आतिशबाजी से होने वाली आग की घटनाएं बढ़ी हैं। 21 जून 2025 को बुलंदशहर के अनूपशहर क्षेत्र में एक शादी समारोह में आतिशबाजी के कारण पास की दुकान में आग लग गई थी, जिसमें हजारों रुपये का नुकसान हुआ था। इन घटनाओं से साफ है कि आतिशबाजी के लिए सख्त नियमों और सुरक्षा मानकों की जरूरत है।

स्थानीय लोगों ने मांग की है कि शादी समारोहों और अन्य आयोजनों में आतिशबाजी की अनुमति देने से पहले प्रशासन को सुरक्षा जांच अनिवार्य करनी चाहिए। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हर बार शादी में आतिशबाजी होती है, लेकिन कोई यह नहीं देखता कि आसपास क्या है। अगर सावधानी बरती जाए, तो ऐसे हादसे रोके जा सकते हैं।”

क्या हैं जरूरी कदम?

इस हादसे ने आतिशबाजी और अग्नि सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं। निम्नलिखित कदम इस तरह की घटनाओं को रोकने में मदद कर सकते हैं:

  1. आतिशबाजी पर सख्त नियम: शादी और अन्य समारोहों में आतिशबाजी के लिए अनिवार्य अनुमति और सुरक्षा जांच लागू की जाए।
  2. सुरक्षा मानकों का पालन: आयोजन स्थलों पर फायर सेफ्टी उपकरण जैसे अग्निशामक यंत्र और पानी की व्यवस्था अनिवार्य हो।
  3. जागरूकता अभियान: लोगों को आतिशबाजी के खतरों और सुरक्षित उपयोग के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जाएं।
  4. गोदाम मालिक को मुआवजा: स्क्रैप गोदाम मालिक को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन और बीमा कंपनियों से सहायता प्रदान की जाए।
  5. जांच और जवाबदेही: हादसे की गहन जांच हो, और अगर आयोजकों की लापरवाही साबित होती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

निष्कर्ष

बुलंदशहर के स्याना रोड पर हुआ यह हादसा एक चेतावनी है कि आतिशबाजी जैसी गतिविधियों में सावधानी और सुरक्षा मानकों का पालन कितना जरूरी है। रॉयल फार्म के पास स्क्रैप गोदाम में लगी आग ने लाखों रुपये का नुकसान पहुंचाया और एक बार फिर प्रशासन की जिम्मेदारी को सामने लाया। क्या इस हादसे से सबक लिया जाएगा, और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे? यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन में है जो इस त्रासदी से प्रभावित हुआ है।

आपके विचार क्या हैं? क्या आतिशबाजी पर सख्त नियम लागू होने चाहिए? अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं, ताकि अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैले।

स्रोत: स्थानीय सूत्र, प्रत्यक्षदर्शियों के बयान, और पुलिस जानकारी

नोट: यह ब्लॉग जनहित में लिखा गया है और इसका उद्देश्य आतिशबाजी के खतरों और अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है।

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