बुलंदशहर में पशुपालन विभाग की पहल: पशु मित्र सेमिनार का सफल आयोजन, वेटरनरी लैब केंद्र की घोषणा

दिनांक: 28 जून 2025

बुलंदशहर के भूड़ चौराहे पर ब्रेक पॉइंट हॉल में पशुपालन विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर कुंवर जैद राव की अगुवाई में एक भव्य पशु मित्र सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में जनपद के विभिन्न ब्लॉकों से आए पशु मित्रों के साथ-साथ प्रदेश और देश के कई अन्य पशु चिकित्सा विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों और किसानों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करना था। सेमिनार में उच्च अधिकारियों ने जनपद में एक वेटरनरी लैब केंद्र के निर्माण की घोषणा की, जिससे पशुओं के इलाज और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। इस पहल ने स्थानीय पशुपालकों में नई उम्मीद जगाई है।

सेमिनार का उद्देश्य और महत्व

पशुपालन बुलंदशहर के ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस क्षेत्र में पशुओं के स्वास्थ्य और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए उन्नत तकनीकों और सुविधाओं की जरूरत है। इसी दिशा में, पशुपालन विभाग ने इस सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें वेटरनरी लैब केंद्र की स्थापना की घोषणा की गई। यह केंद्र पशुओं के रोग निदान और उपचार में मदद करेगा, जिससे पशुपालकों को न केवल आर्थिक लाभ होगा, बल्कि उनके पशुओं की सेहत भी बेहतर होगी।

सेमिनार में उपस्थित विशेषज्ञों ने पशु चिकित्सा के क्षेत्र में नई तकनीकों, जैसे वेट स्कैन लैब की भूमिका, और पशु स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर चर्चा की। यह आयोजन पशु मित्रों और पशुपालकों को एक मंच प्रदान करने में सफल रहा, जहां वे अपनी समस्याओं और सुझावों को अधिकारियों के सामने रख सके।

सेमिनार में शामिल प्रमुख हस्तियां

इस सेमिनार में कई उच्च अधिकारियों और विशेषज्ञों ने शिरकत की, जिन्होंने अपने अनुभव और ज्ञान से उपस्थित लोगों को प्रेरित किया। प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:

  • डॉ. नीरज गुप्ता, उपाध्यक्ष, पारस डेयरी
  • डॉ. राकेश यादव, फाउंडर, वेट स्कैन लैब
  • रजनीश कुमार सिंह, ऑपरेटिंग ऑफिसर, वेट स्कैन लैब
  • उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी, गोरखपुर सदर

इनके अलावा, जनपद के विभिन्न ब्लॉकों से आए पशु मित्रों ने भी इस आयोजन में सक्रिय भागीदारी की। इनमें शामिल थे:

  • सोनवीर सिंह, लोकेश कुमार, सुदेश कुमार, गौरव कुमार (सलेमपुर)
  • धर्मवीर सिंह, प्रिंस गुप्ता (शिकारपुर)
  • राजकुमार (अजनारा)
  • आदेश कुमार (जहांगीराबाद)
  • इरशाद खान (अहमदगढ़)
  • विपिन कुमार (अरनिया)
  • देशपाल सिंह, निशांत चौहान, विष्णु दास शर्मा (जरारा)
  • विवेक, राहुल, नेम सिंह (पहासू)
  • लोकेंद्र (सरभन्ना)
  • मलखान चौडेरा, वीरेंद्र सिंह, कौशल कुमार, प्रभात कुमार, बृजेश सोलंकी (खुर्जा)
  • जोगिंदर सिंह सोलंकी, विनोद कुमार, विकास कुमार (कोला)
  • अंकुश कुमार (गुलावठी)
  • सुंदरपाल, रविंद्र, रिंकू (लखावटी)
  • विपिन कुमार गुर्जर, ब्रह्मपाल सिंह (सियाना)
  • प्रमोद कुमार (लाडपुर)
  • प्रेमपाल जी (सोना)
  • मेराज आलम, हमीद कुमार, बृजेश, कृष्णा, इंद्रवीर (धमेड़ा)
  • राजेंद्र सिंह, अतुल कुमार (मीरपुर)
  • बसंतपाल, हेमंत कुमार (मुरसाना)

इन सभी पशु मित्रों ने सेमिनार में अपने अनुभव साझा किए और पशु स्वास्थ्य और पशुपालन से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की।

कुंवर जैद राव की सराहनीय भूमिका

सेमिनार के आयोजन में कुंवर जैद राव, पशुपालन विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर, की भूमिका सबसे अहम रही। उनकी मेहनत और समर्पण की वजह से यह आयोजन न केवल सफल रहा, बल्कि सभी प्रतिभागियों के बीच एक सकारात्मक संदेश भी पहुंचा। सेमिनार के समापन पर उच्च अधिकारियों ने जैद राव की प्रशंसा की और उनके प्रयासों को सराहा। डॉ. नीरज गुप्ता ने कहा, “जैद राव ने इस सेमिनार को कामयाब बनाने में दिन-रात मेहनत की। उनकी पहल ने पशुपालकों और पशु चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।”

वेटरनरी लैब केंद्र: एक नई उम्मीद

सेमिनार का सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण रहा जनपद में वेटरनरी लैब केंद्र के निर्माण की घोषणा। इस केंद्र के बनने से पशुओं के रोगों का सटीक निदान और समय पर इलाज संभव हो सकेगा। इससे न केवल पशुपालकों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकेगा, बल्कि पशुधन की गुणवत्ता और उत्पादकता में भी सुधार होगा। डॉ. राकेश यादव ने बताया कि वेट स्कैन लैब जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग इस केंद्र में किया जाएगा, जो पशु चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।

पशु मित्रों की भूमिका

पशु मित्रों ने इस सेमिनार में अपनी सक्रिय भागीदारी से यह साबित किया कि वे पशुपालन विभाग और पशुपालकों के बीच एक मजबूत कड़ी हैं। उन्होंने पशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, और नस्ल सुधार जैसे विषयों पर अपने सुझाव दिए। कई पशु मित्रों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सा सुविधाओं की कमी और जागरूकता का अभाव एक बड़ी समस्या है। इस सेमिनार ने उन्हें नई तकनीकों और योजनाओं के बारे में जानने का अवसर प्रदान किया।

भविष्य की दिशा

इस सेमिनार ने बुलंदशहर में पशुपालन के क्षेत्र में एक नई शुरुआत की है। वेटरनरी लैब केंद्र की स्थापना से न केवल पशुओं की सेहत में सुधार होगा, बल्कि यह स्थानीय किसानों और पशुपालकों की आय में भी वृद्धि करेगा। इसके अलावा, इस तरह के आयोजन पशुपालकों को जागरूक करने और उन्हें आधुनिक तकनीकों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

निष्कर्ष

बुलंदशहर के भूड़ चौराहे पर आयोजित यह पशु मित्र सेमिनार न केवल एक सफल आयोजन रहा, बल्कि इसने पशुपालन विभाग की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया। कुंवर जैद राव के नेतृत्व में इस सेमिनार ने पशुपालकों और विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर एक नई उम्मीद जगाई है। वेटरनरी लैब केंद्र की स्थापना की घोषणा इस दिशा में एक बड़ा कदम है। अब जरूरत है कि इस तरह के प्रयास निरंतर जारी रहें, ताकि बुलंदशहर का पशुपालन क्षेत्र और मजबूत हो।

आप इस सेमिनार और वेटरनरी लैब केंद्र की स्थापना के बारे में क्या सोचते हैं? अपने विचार कमेंट में साझा करें और इस ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं, ताकि पशुपालन के क्षेत्र में जागरूकता फैले।

स्रोत: स्थानीय सूत्र और सेमिनार से प्राप्त जानकारी

नोट: यह ब्लॉग जनहित में लिखा गया है और इसका उद्देश्य पशुपालन और पशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है।

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