उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। 12 मई 2025 की देर रात, सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के दनकौर रोड पर निजामपुर बिजली घर के पास एक आइसर कैंटर में अचानक भीषण आग लग गई। यह कैंटर ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर से बिस्कुट और अन्य सामान लादकर सुल्तानपुर जा रहा था। आग इतनी भयानक थी कि कुछ ही मिनटों में वाहन और उसका सारा माल जलकर राख हो गया। Ishi News आपके लिए लाया है इस हादसे की पूरी कहानी – क्या हुआ, कैसे हुआ, और क्या छिपा है इस आग के पीछे?
हादसे का भयानक मंजर
रात का समय, सुनसान सड़क, और अचानक आसमान में उठती आग की लपटें। यह हादसा रात करीब 11:30 बजे हुआ, जब कैंटर दनकौर रोड से गुजर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कैंटर से पहले धुआं उठा, और फिर कुछ ही सेकंड में आग की लपटें दिखाई दीं। कैंटर का चालक, जिसका नाम अभी तक उजागर नहीं हुआ है, ने अपनी जान बचाने के लिए साहसिक कदम उठाया। उसने चलते कैंटर से छलांग लगा दी और बाल-बाल बच गया। लेकिन कैंटर को बचाना असंभव था। आग ने पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया, और सारा माल जलकर खाक हो गया।
पुलिस और दमकल की कार्रवाई
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। बुलंदशहर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों को आग पर काबू पाने के लिए घंटों मेहनत करनी पड़ी। आग इतनी तेज थी कि सड़क पर दूर तक गर्मी और धुआं फैल गया। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक कैंटर पूरी तरह नष्ट हो चुका था। सिकंदराबाद कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या इंजन ओवरहीटिंग को आग की संभावित वजह बताया जा रहा है।
क्या है आग का रहस्य?
हालांकि पुलिस इसे तकनीकी खराबी मान रही है, लेकिन स्थानीय लोगों में इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आग इतनी तेजी से फैली कि यह संदिग्ध लगता है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, ‘रात को सड़क पर कोई नहीं था, और अचानक इतनी बड़ी आग? यह सामान्य नहीं लगता।’ पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए हैं, और चालक से पूछताछ जारी है। कुछ लोग इसे व्यापारिक रंजिश या जानबूझकर की गई हरकत से जोड़कर भी देख रहे हैं, क्योंकि कैंटर में भारी मात्रा में माल लदा हुआ था।
बुलंदशहर में बढ़ती घटनाएं
यह हादसा उस समय हुआ है, जब बुलंदशहर पहले से ही कई घटनाओं को लेकर सुर्खियों में है। जनवरी 2025 में, बुलंदशहर में एक ट्रक और स्लीपर बस की टक्कर में 17 लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा, फरवरी में एक बाइक और ट्रक की टक्कर में बाइक सवार को गंभीर चोटें आई थीं, और बाइक में आग लग गई थी। इन घटनाओं ने जिले में सड़क सुरक्षा और वाहनों के रखरखाव पर सवाल खड़े किए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि पुराने वाहनों की नियमित जांच और ड्राइवरों की ट्रेनिंग से ऐसे हादसों को रोका जा सकता है।


चालक की बहादुरी
इस हादसे में चालक की सूझबूझ और हिम्मत की भी चर्चा हो रही है। अगर वह एक सेकंड भी देर करता, तो शायद उसकी जान न बच पाती। चालक को मामूली चोटें आई हैं, और वह पुलिस की पूछताछ में सहयोग कर रहा है। लेकिन इस हादसे ने न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाया, बल्कि सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति के मन में डर पैदा कर दिया है।
आगे क्या?
पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज, चालक के बयान, और तकनीकी जांच से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आग की असली वजह क्या थी। क्या यह सिर्फ एक तकनीकी खराबी थी, या इसके पीछे कोई साजिश थी? Ishi News इस मामले पर नजर रखे हुए है, और हम आपके लिए हर अपडेट लाएंगे।
इस हादसे ने हमें एक बार फिर सड़क सुरक्षा और वाहनों के रखरखाव की अहमियत याद दिलाई है। अगर आप सड़क पर हैं, तो सावधानी बरतें, और अपने वाहन की नियमित जांच करवाएं।










