बुलंदशहर। जनपद में हुई कैब ड्राइवर की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। यह वारदात लूट के इरादे से की गई थी और विरोध करने पर निर्दयी तरीके से ड्राइवर की हत्या कर दी गई।
मामला क्या है?
थाना छतारी क्षेत्र में हाल ही में एक कैब ड्राइवर का गला कटा शव सड़क किनारे मिला था। मृतक की पहचान अजीत के रूप में हुई, जो फर्रुखाबाद जिले का रहने वाला था। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी।
हत्या कैसे हुई?
जांच में सामने आया कि कुलदीप और मोनू नामक आरोपियों ने ग्रेटर नोएडा से बुलंदशहर जाने के लिए अजीत की कैब बुक की थी। रास्ते में कैब लूटने की कोशिश की गई, लेकिन अजीत ने विरोध किया। इसी दौरान आरोपियों ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी और शव को थाना छतारी क्षेत्र में फेंककर फरार हो गए।
एफआईआर में नामजद आरोपी निर्दोष निकले
शुरुआत में मृतक के पिता ने गांव के चार लोगों के खिलाफ तहरीर दी थी। पुलिस ने इन चारों पर एफआईआर दर्ज की थी। लेकिन जांच में यह बात साफ हो गई कि इनका हत्या से कोई लेना-देना नहीं है।
पुलिस की जांच और खुलासा
एसपी देहात तेजवीर सिंह ने प्रेस वार्ता कर बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस की मदद से इस हत्याकांड का खुलासा किया है। हत्या और लूट की वारदात में शामिल दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
वारदात से क्या सबक मिलता है?
यह घटना फिर से बताती है कि अपराधी अक्सर कैब और प्राइवेट टैक्सी ड्राइवरों को निशाना बनाते हैं। ऐसे में ड्राइवरों को सावधान रहने की जरूरत है और पुलिस-प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर सख्त कदम उठाने होंगे।
📌 बाइट: तेजवीर सिंह, एसपी देहात बुलंदशहर
“कैब लूट का विरोध करने पर हत्या की गई थी। सीसीटीवी और इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस के आधार पर केस का खुलासा हुआ है। नामजद चारों आरोपियों का इस घटना से कोई संबंध नहीं निकला।”









