बुलंदशहर, 18 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की स्याना विधानसभा के ग्राम बलरामपुर में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की अमर शहीद वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की 194वीं जयंती के उपलक्ष्य में भव्य 151 कलश शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर सैकड़ों ग्रामीण, महिलाएं और पुरुष शामिल हुए और देशभक्ति व एकता का अनूठा संदेश दिया।
शोभायात्रा का शुभारंभ और माहौल
मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सेना संगठन महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती मीना सिंह वर्मा ने फीता काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। शोभायात्रा में महिलाएं 151 कलश लेकर डीजे की धुन पर नाचते-गाते आगे बढ़ीं, जिससे पूरे गांव का माहौल देशभक्ति और उत्सव में डूब गया।
अपने संबोधन में श्रीमती वर्मा ने कहा:
“इस कलश यात्रा में शामिल होना तीर्थ यात्रा के समान है। जिस तरह आप कलश की रक्षा के लिए सब कुछ न्योछावर करती हैं, उसी तरह अपनी आने वाली पीढ़ी की शिक्षा के लिए भी सब कुछ समर्पित करें। उन्हें पढ़ाएं, सम्मान का हकदार बनाएं, तभी आपकी प्रतिज्ञा पूर्ण होगी और जीवन का असली मकसद पूरा होगा।”
देशभक्ति और एकता का संदेश
राष्ट्रीय सेना संगठन के संस्थापक इंजीनियर दयाराम सिंह वर्मा ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा:
“अमर शहीद किसी जाति या धर्म से नहीं जुड़े होते। वे अपने देशप्रेम और बलिदान की भावना के लिए जाने जाते हैं। मैं समाज से अपील करता हूं कि किसी भी शहीद का जन्मदिन मनाएं, लेकिन उसे एकजुट होकर मनाएं, क्योंकि जो देश के लिए कुर्बान होते हैं, उनका कोई जाति-धर्म नहीं होता।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि हाई स्कूल, इंटरमीडिएट, बीए, बीएससी, बीकॉम या अन्य डिग्री में 70% से अधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को संगठन द्वारा प्रतीक चिन्ह और मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा और उन्हें करियर गाइडलाइन भी दी जाएगी।
नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर मुनेश प्रधान ने कहा:
“मैं प्रार्थना करता हूं कि हर बहन और बेटी में वीरांगना रानी अवंती बाई जैसा महान चरित्र, गुण और कौशल हो। मैं समाज के साथ हमेशा खड़ा हूं और जब भी समाज मुझे पुकारेगा, मैं कंधे से कंधा मिलाकर साथ दूंगा।”
शोभायात्रा के समापन पर श्री तेज सिंह सूबेदार की अध्यक्षता में जयंती समारोह का आयोजन हुआ। इस दौरान मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में केक काटकर जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में पूर्व ब्लॉक प्रमुख हीरा सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य महेश लोधी, रामचरण दरोगा, अमित कुमार लोधी, गणेश, इंदल कुमार, अनिवार्य और अनुभवी सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
रानी अवंती बाई लोधी: एक प्रेरणा
16 अगस्त 1831 को मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के मनकेहणी गांव में जन्मी रानी अवंती बाई लोधी 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की पहली महिला शहीद थीं। उन्होंने रामगढ़ रियासत की बागडोर संभाली और अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। मंडला क्षेत्र में हुए कई युद्धों में उन्होंने ब्रिटिश सेना को कड़ी चुनौती दी और अंततः बलिदान देकर इतिहास के पन्नों में अमर हो गईं।
आज भी उनकी गाथा समाज को एकजुट होने और देशभक्ति की राह पर चलने के लिए प्रेरित करती है।
आयोजन का महत्व
बलरामपुर गांव की यह 151 कलश शोभायात्रा न केवल वीरांगना रानी अवंती बाई के बलिदान को याद करने का एक प्रयास थी, बल्कि समाज में शिक्षा, एकता और देशभक्ति के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक माध्यम बनी। यह आयोजन साबित करता है कि वीरांगना की गाथा आज भी लोगों के दिलों में जीवित है और उनकी प्रेरणा से नई पीढ़ी आगे बढ़ रही है।
🙏 एसटीवी न्यूज बुलंदशहर से विशेष रिपोर्ट
हम वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी को नमन करते हैं और इस आयोजन में शामिल सभी लोगों के उत्साह की सराहना करते हैं। ऐसे आयोजन समाज को एकजुट करने और देशभक्ति की भावना को जीवित रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।










