हापुड़ जिले के थाना हाफिजपुर क्षेत्र में मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर पड़ाव के पास बुधवार देर रात एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक मोटरसाइकिल पर सवार पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में एक युवक दानिश (36 वर्ष) और चार बच्चे—माहिरा (6 वर्ष), समायरा (5 वर्ष, दानिश की पुत्री), समर (8 वर्ष), और माहिम (8 वर्ष, वकील खान का पुत्र) शामिल हैं। यह सभी मुरशदपुर के एक स्विमिंग पूल में नहाने के बाद अपने घर रफीक नगर, मजीदपुरा लौट रहे थे। हादसे ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि सड़क सुरक्षा और लापरवाही जैसे गंभीर मुद्दों को फिर से उजागर कर दिया।
हादसे का पूरा घटना
क्रमजानकारी के अनुसार, दानिश, जो हापुड़ के रफीक नगर, मजीदपुरा के निवासी थे, अपनी दो बेटियों माहिरा (6 वर्ष) और समायरा (5 वर्ष), अपने भाई सरताज के बेटे समर (8 वर्ष), और पड़ोसी वकील खान के बेटे माहिम (8 वर्ष) को लेकर बुधवार शाम को मुरशदपुर के एक स्विमिंग पूल में नहाने गए थे। रात करीब 10:30 बजे जब वे एक ही मोटरसाइकिल पर सवार होकर वापस हापुड़ लौट रहे थे, तभी हाफिजपुर थाना क्षेत्र के पड़ाव के पास मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर एक तेज रफ्तार कैंटर ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए, और सभी पांचों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही हाफिजपुर थाना प्रभारी आशीष पुंडीर और देहात थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया और अज्ञात वाहन व उसके चालक की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस की प्रारंभिक जांच और आशंका
हाफिजपुर थाना प्रभारी आशीष पुंडीर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि बाइक चला रहे दानिश शराब के नशे में हो सकते थे, जिसके कारण वह बाइक को नियंत्रित नहीं कर पाए। हालांकि, इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए अज्ञात वाहन और उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है। अपर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने बताया कि कैंटर को कब्जे में ले लिया गया है, और मामले की गहन जांच की जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शी और परिवार का बयान
हादसे के समय पास से गुजर रही एक छोटी बच्ची, जो अपनी स्कूटी पर सवार थी, ने बताया, “मैंने देखा कि एक तेज रफ्तार कैंटर ने बाइक को इतनी जोर से टक्कर मारी कि सभी लोग सड़क पर गिर गए। बच्चों की चीखें सुनकर मेरा दिल कांप गया।” उसने तुरंत अपने परिवार को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस को खबर दी गई।
मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया है। दानिश की पत्नी और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक परिजन ने कहा, “दानिश अपनी बेटियों और भतीजे को स्विमिंग पूल ले गया था। हमने उसे इतने सारे बच्चों को एक बाइक पर ले जाने से मना किया था, लेकिन उसने नहीं सुना। अब हमारा पूरा परिवार बर्बाद हो गया।” स्थानीय लोगों ने भी इस हादसे पर गहरा दुख जताया और सड़क सुरक्षा पर सवाल उठाए।
सड़क सुरक्षा और लापरवाही का सवाल
यह हादसा सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों की अनदेखी का एक दुखद उदाहरण है। एक मोटरसाइकिल पर पांच लोगों का सफर करना, जिसमें चार छोटे बच्चे शामिल थे, यातायात नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। इसके अलावा, तेज रफ्तार कैंटर और संभावित नशे की स्थिति ने इस हादसे को और भयावह बना दिया। हापुड़ में हाल के महीनों में सड़क हादसों की संख्या बढ़ी है। 19 मई 2017 को हापुड़ में अलग-अलग हादसों में 6 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें तेज रफ्तार वाहनों की टक्कर शामिल थी।
यह घटना सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही और एक बाइक पर अधिक सवारियों के खतरे को उजागर करती है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि हाईवे पर नियमित गश्त और स्पीड ब्रेकर जैसे उपाय किए जाएं।
क्या हैं जरूरी कदम?
इस दुखद हादसे के बाद, निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए:
- निष्पक्ष जांच: पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अज्ञात वाहन चालक को जल्द से जल्द पकड़ना चाहिए। दानिश के नशे में होने की आशंका की भी गहन जांच हो।
- यातायात नियमों का सख्ती से पालन: एक बाइक पर अधिक सवारियों पर रोक लगाने के लिए नियमित चेकिंग अभियान चलाए जाएं।
- सड़क सुरक्षा उपाय: मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर स्पीड ब्रेकर, स्ट्रीट लाइट्स, और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।
- जागरूकता अभियान: सड़क सुरक्षा और नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए जाएं, खासकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में।
- परिवार को समर्थन: मृतकों के परिवार को भावनात्मक और आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
निष्कर्ष
हापुड़ के हाफिजपुर पड़ाव के पास हुआ यह हादसा एक परिवार की त्रासदी के साथ-साथ समाज के लिए एक चेतावनी है। दानिश, उनकी बेटियों माहिरा और समायरा, भतीजे समर, और पड़ोसी के बेटे माहिम की दुखद मौत ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। यह हादसा हमें सड़क सुरक्षा, यातायात नियमों का पालन, और नशे के खतरों के प्रति जागरूक होने की जरूरत को याद दिलाता है। पुलिस जांच से सच सामने आएगा, लेकिन इस त्रासदी से सबक लेकर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
आपके विचार क्या हैं? क्या सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों को और सख्त करने की जरूरत है? अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं, ताकि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैले।
स्रोत: स्थानीय सूत्र, पुलिस जानकारी, और समाचार रिपोर्ट्स
नोट: यह ब्लॉग जनहित में लिखा गया है और इसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा और नशे के खतरों के प्रति जागरूकता फैलाना है।










