बुलंदशहर में दुखद घटना: खुर्जा के पंचवटी रजवाहे में मिला युवक जोगिंद्र बनेल का शव, शराब की लत बनी मौत का कारण?

बुलंदशहर के खुर्जा नगर कोतवाली क्षेत्र में पंचवटी रजवाहे के पास एक दुखद घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। पहासू निवासी जोगिंद्र बनेल का शव रजवाहे में पड़ा मिला, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने बताया कि जोगिंद्र की मौत अधिक शराब के सेवन और रजवाहे में गिरने के कारण हुई हो सकती है। खुर्जा नगर कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना नशे की लत और इसके खतरनाक परिणामों पर गंभीर सवाल उठाती है।

घटना का पूरा विवरण

बुधवार की देर रात, खुर्जा नगर कोतवाली क्षेत्र के जंक्शन मार्ग पर स्थित पंचवटी रजवाहे में एक युवक का शव पड़ा होने की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त जोगिंद्र बनेल, पहासू निवासी, के रूप में की। जोगिंद्र की उम्र लगभग 35 वर्ष बताई जा रही है। स्थानीय लोगों और प्रारंभिक पुलिस जांच के अनुसार, जोगिंद्र को शराब की लत थी, और वह बीती रात अधिक शराब पीने के बाद रजवाहे में गिर गया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “प्रारंभिक जांच में ऐसा लगता है कि जोगिंद्र ने अधिक मात्रा में शराब का सेवन किया था, जिसके बाद वह रजवाहे में गिर गया। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का सटीक कारण स्पष्ट होगा।” पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जोगिंद्र उस रात कहां था और उसने शराब कहां से प्राप्त की।

स्थानीय लोगों और परिजनों का बयान

जोगिंद्र के परिजनों को जब इस घटना की सूचना मिली, तो वे मौके पर पहुंचे। उनका कहना है कि जोगिंद्र को शराब की लत थी, और वह अक्सर अधिक मात्रा में शराब पी लेता था। एक परिजन ने बताया, “हमने उसे कई बार समझाया कि शराब छोड़ दे, लेकिन वह नहीं माना। अब यह हादसा हो गया।” हालांकि, कुछ परिजनों ने यह भी मांग की कि पुलिस इस मामले की गहन जांच करे ताकि यह सुनिश्चित हो कि मौत का कारण केवल शराब और रजवाहे में गिरना ही था, या इसके पीछे कोई और वजह थी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि पंचवटी रजवाहा क्षेत्र में रात के समय अंधेरा रहता है, और वहां कोई रेलिंग या सुरक्षा उपाय नहीं हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “रजवाहे के किनारे कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। अगर रात में कोई गलती से वहां चला जाए, तो हादसा होना तय है। प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।

“बुलंदशहर में नशे और हादसों का बढ़ता सिलसिला

बुलंदशहर में हाल के महीनों में नशे से जुड़े हादसों और संदिग्ध मौतों की घटनाएं बढ़ी हैं। 28 जून 2025 को मुंडी बकापुर में रणजीत सिंह की तारबंदी में अवैध करंट की चपेट में आने से मौत हुई थी। इसके अलावा, 21 जून 2025 को खुर्जा देहात में एक नवविवाहिता की संदिग्ध मौत ने भी सुर्खियां बटोरी थीं। जोगिंद्र की मौत ने एक बार फिर नशे की लत और असुरक्षित स्थानों पर होने वाले हादसों पर ध्यान खींचा है।

नशा और असुरक्षित स्थानों का खतरा

जोगिंद्र की मौत ने शराब की लत और इसके सामाजिक-आर्थिक प्रभावों को फिर से उजागर किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि इस तरह के हादसों का कारण भी बन रहा है। साथ ही, रजवाहे जैसे असुरक्षित स्थानों पर रेलिंग, लाइटिंग, और अन्य सुरक्षा उपायों की कमी हादसों को और बढ़ावा देती है।

क्या हैं जरूरी कदम?

इस दुखद घटना के बाद, निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए:

  1. गहन जांच: पुलिस को पोस्टमार्टम और स्थानीय लोगों के बयानों के आधार पर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जोगिंद्र की मौत का कारण केवल शराब और हादसा था, या इसके पीछे कोई अन्य साजिश थी।
  2. नशा विरोधी अभियान: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शराब और नशीले पदार्थों के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाए जाएं। नशा मुक्ति केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए।
  3. सुरक्षा उपाय: रजवाहों और नहरों के किनारे रेलिंग, लाइटिंग, और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं ताकि रात में हादसे रोके जा सकें।
  4. परिजनों को समर्थन: जोगिंद्र के परिवार को इस दुखद घड़ी में भावनात्मक और आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
  5. अवैध शराब पर रोक: क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री पर सख्ती की जाए, और शराब बेचने वालों की जांच हो।

निष्कर्ष

जोगिंद्र बनेल की दुखद मौत ने बुलंदशहर में नशे की लत और असुरक्षित स्थानों की समस्या को फिर से सामने ला दिया है। पंचवटी रजवाहे में हुआ यह हादसा न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। शराब की लत और असुरक्षित स्थानों ने एक और जिंदगी छीन ली। पोस्टमार्टम और पुलिस जांच से मौत का सटीक कारण सामने आएगा, लेकिन यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि नशे की लत और असुरक्षित स्थानों को लेकर प्रशासन और समाज को और सजग होना होगा।

आपके विचार क्या हैं? क्या नशे की लत और असुरक्षित स्थानों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए? अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं, ताकि नशा विरोधी जागरूकता और सुरक्षा उपायों को बढ़ावा मिले।

स्रोत: स्थानीय सूत्र, पुलिस जानकारी, और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान

नोट: यह ब्लॉग जनहित में लिखा गया है और इसका उद्देश्य नशे की लत और असुरक्षित स्थानों के खतरों के प्रति जागरूकता फैलाना है।

Translate »
Need Help?