बुलंदशहर में सनसनीखेज घटना: औरंगाबाद के सैदपुरा गांव में विवाहिता सोनी चौधरी की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

दिनांक: 30 जून 2025

बुलंदशहर के औरंगाबाद थाना क्षेत्र के सैदपुरा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। सोनी चौधरी, एक विवाहिता, की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, और उनके परिजनों ने इसे हत्या करार देते हुए ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों का कहना है कि सोनी के पति ब्रजवीर का किसी अन्य महिला से संबंध था, जिसके चलते पहले भी दंपति के बीच विवाद हो चुका था। यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि दहेज और वैवाहिक उत्पीड़न जैसे सामाजिक मुद्दों पर भी सवाल उठाती है।क्या है पूरा मामला?जानकारी के अनुसार, सोनी चौधरी, जो मूल रूप से मामऊ गांव, थाना अहमदगढ़ क्षेत्र की निवासी थीं, की शादी 2023 में सैदपुरा गांव के ब्रजवीर पुत्र दिनेश चौधरी के साथ हुई थी। रविवार, 29 जून 2025 को देर शाम, सोनी के पिता वीरेंद्र सिंह, जो सीआरपीएफ में जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं, को फोन पर सूचना मिली कि उनकी बेटी की मौत हो गई है। वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उसी दिन दोपहर में उनकी बेटी से फोन पर बात हुई थी, और उस समय सब कुछ सामान्य लग रहा था।सूचना मिलते ही परिजन सैदपुरा गांव पहुंचे, जहां उन्हें बताया गया कि सोनी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि, परिजनों को सोनी के गले पर निशान दिखाई दिए, जिसके बाद उन्हें मामला संदिग्ध लगा। परिजनों ने तुरंत औरंगाबाद थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।

परिजनों के गंभीर आरोपसोनी के पिता वीरेंद्र सिंह और परिवार ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ब्रजवीर का किसी अन्य महिला से संबंध था, जिसके कारण सोनी और उनके पति के बीच पहले भी कई बार विवाद हो चुका था। परिजनों का दावा है कि सोनी को ससुराल में प्रताड़ित किया जाता था, और उनकी मौत कोई आत्महत्या नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है। वीरेंद्र सिंह ने कहा, “मेरी बेटी से दोपहर में बात हुई थी, और वह पूरी तरह ठीक थी। अचानक उसकी मौत की खबर ने हमें हिलाकर रख दिया। गले पर निशान और संदिग्ध परिस्थितियां साफ तौर पर हत्या की ओर इशारा करती हैं।”परिजनों ने पुलिस से इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है। उन्होंने ससुराल पक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गुहार लगाई है।पुलिस और फोरेंसिक जांचऔरंगाबाद थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए घटनास्थल का दौरा किया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा है, और फोरेंसिक टीम को साक्ष्य एकत्र करने के लिए बुलाया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “हम हर पहलू से मामले की जांच कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का सटीक कारण स्पष्ट होगा। परिजनों के आरोपों को ध्यान में रखते हुए ससुराल पक्ष से पूछताछ की जा रही है।” पुलिस ने यह भी बताया कि सुसाइड या हत्या का फैसला पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के आधार पर ही किया जाएगा। फिलहाल, ब्रजवीर और अन्य ससुराल वालों से पूछताछ जारी है, और कोई औपचारिक तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।बुलंदशहर में बढ़ते संदिग्ध मौतों के मामलेबुलंदशहर में हाल के महीनों में विवाहिताओं की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के कई मामले सामने आए हैं। 31 अगस्त 2024 को औरंगाबाद थाना क्षेत्र के मूढ़ी बकापुर गांव में सोनम (25) की कथित तौर पर गला दबाकर हत्या का मामला सामने आया था, जिसमें परिजनों ने दहेज हत्या का आरोप लगाया था। इसी तरह, 21 जून 2025 को खुर्जा देहात के फराना गांव में एक नवविवाहिता की मौत पर दहेज हत्या का आरोप लगा था। इन घटनाओं ने दहेज उत्पीड़न और वैवाहिक हिंसा जैसे गंभीर मुद्दों पर फिर से ध्यान खींचा है।

सामाजिक और कानूनी सवालसोनी चौधरी की मौत ने एक बार फिर समाज में दहेज, वैवाहिक उत्पीड़न, और महिलाओं की सुरक्षा जैसे मुद्दों को उजागर किया है। परिजनों के आरोपों के अनुसार, अगर ब्रजवीर का किसी अन्य महिला से संबंध था, तो यह वैवाहिक विश्वासघात और मानसिक उत्पीड़न का मामला हो सकता है। साथ ही, गले पर निशान और संदिग्ध परिस्थितियां हत्या की आशंका को और मजबूत करती हैं। यह घटना समाज से यह सवाल पूछती है कि क्या हमारी व्यवस्था और सामाजिक संरचना विवाहिताओं को पर्याप्त सुरक्षा और सम्मान प्रदान कर पा रही है?क्या हैं जरूरी कदम?इस दुखद घटना के बाद, निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए:

  1. निष्पक्ष और त्वरित जांच: पुलिस को पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर जल्द से जल्द सच सामने लाना चाहिए। ससुराल पक्ष से गहन पूछताछ हो, और यदि हत्या साबित होती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
  2. दहेज और उत्पीड़न पर सख्ती: दहेज मांगने और वैवाहिक उत्पीड़न के मामलों में कठोर कानूनी कार्रवाई को बढ़ावा देना चाहिए।
  3. महिलाओं की सुरक्षा: विवाहिताओं के लिए हेल्पलाइन और काउंसलिंग सेंटर स्थापित किए जाएं, ताकि वे अपनी समस्याएं साझा कर सकें।
  4. जागरूकता अभियान: समाज में दहेज, वैवाहिक हिंसा, और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाए जाएं।
  5. परिजनों को समर्थन: सोनी के परिवार को इस दुखद घड़ी में भावनात्मक और कानूनी सहायता प्रदान की जाए।

निष्कर्षसोनी चौधरी की संदिग्ध मौत ने बुलंदशहर में एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और वैवाहिक उत्पीड़न जैसे मुद्दों को सामने ला दिया है। परिजनों के आरोप और गले पर निशान इस मामले को और गंभीर बनाते हैं। क्या यह आत्महत्या थी, या एक सुनियोजित हत्या? इसका जवाब पोस्टमार्टम और पुलिस जांच से ही मिलेगा। लेकिन यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि समाज और प्रशासन को मिलकर ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए और प्रभावी कदम उठाने होंगे।आपके विचार क्या हैं? क्या दहेज और वैवाहिक उत्पीड़न के खिलाफ और सख्त कानूनों की जरूरत है? अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं, ताकि महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के प्रति जागरूकता फैले।स्रोत: स्थानीय सूत्र, पुलिस जानकारी, और समाचार रिपोर्ट्स

नोट: यह ब्लॉग जनहित में लिखा गया है और इसका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, दहेज उत्पीड़न, और वैवाहिक हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना है।

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