सिद्धार्थनगर में अवैध मदरसा और मस्जिद पर बुलडोजर, प्रशासन की कार्रवाई से हड़कंप

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां प्रशासन ने सिसवा शिव भारी गांव में 90 साल पुराने अवैध मदरसा और मस्जिद पर बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुई इस कार्रवाई के दौरान मीडिया और आम जनता के प्रवेश पर पूरी तरह रोक थी। व्यवस्थापक ने आरोप लगाया कि उनकी बात नहीं सुनी गई, जिसने इस मामले को और संवेदनशील बना दिया है।

घटना का विवरण

यह कार्रवाई सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ तहसील के सिसवा शिव भारी गांव में हुई। जानकारी के अनुसार, ग्राम सभा की जमीन पर बना यह मदरसा और मस्जिद 90 साल पुराना था। प्रशासन को इस निर्माण के अवैध होने की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके आधार पर SDM शोहरतगढ़ और CO शोहरतगढ़ की अगुवाई में बुलडोजर कार्रवाई की गई। सुबह शुरू हुई इस कार्रवाई में दोनों ढांचों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया।

प्रशासन की सख्ती

कार्रवाई के दौरान इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। भारी पुलिस बल और PAC की तैनाती की गई थी ताकि कोई अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो। प्रशासन ने मीडिया और आम जनता को घटनास्थल से दूर रखा, जिससे तनाव और बढ़ गया। पुलिस ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस तरह की कार्रवाई क्षेत्र में पहली बार देखी गई, जिसने सभी को हैरान कर दिया।

व्यवस्थापक और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया

मदरसे और मस्जिद के व्यवस्थापक ने प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। उन्होंने कहा:
“हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया, न ही हमारी बात सुनी गई। यह 90 साल पुराना ढांचा था, और इसे अचानक ध्वस्त करना गलत है।”
वहीं, कुछ ग्रामीणों ने कार्रवाई का समर्थन किया, तो कुछ ने इसे संवेदनशील मामला बताते हुए शांति बनाए रखने की अपील की। एक ग्रामीण ने कहा:
“अगर यह अवैध था, तो कार्रवाई ठीक है, लेकिन इसे शांतिपूर्ण तरीके से और बातचीत के बाद करना चाहिए था।”
दूसरे ग्रामीण ने बताया:
“इलाके में पहले से तनाव है। प्रशासन को सावधानी बरतनी चाहिए थी।”

सामाजिक और कानूनी सवाल

यह कार्रवाई अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन की सख्त नीति को दर्शाती है, लेकिन साथ ही कई सवाल भी खड़े करती है। क्या इस कार्रवाई से पहले सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया? क्या स्थानीय समुदाय को विश्वास में लिया गया? और सबसे बड़ा सवाल, क्या ऐसी कार्रवाइयां सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करेंगी? यह घटना उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में अवैध निर्माणों पर बुलडोजर कार्रवाई की श्रृंखला का हिस्सा है, जिसने कई बार विवादों को जन्म दिया है।

प्रशासन का रुख

SDM शोहरतगढ़ ने कार्रवाई को पूरी तरह कानूनी बताया और कहा कि यह ग्राम सभा की जमीन पर अवैध निर्माण के खिलाफ थी। उन्होंने कहा:
“सभी आवश्यक दस्तावेज और शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की गई। हम शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
पुलिस ने भी आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दिया जाए।

आगे क्या?

इस कार्रवाई के बाद सिसवा शिव भारी गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है, और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। स्थानीय लोग शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं, लेकिन व्यवस्थापक और कुछ समुदाय के लोग कानूनी कार्रवाई की बात कर रहे हैं। यह मामला अभी और तूल पकड़ सकता है, और इसकी जांच और परिणामों पर सभी की नजरें टिकी हैं।

STV इंडिया न्यूज इस मामले पर नजर रखे हुए है और आपको हर अपडेट से अवगत कराता रहेगा। हम सभी से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील करते हैं।

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