मैनपुरी जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पुसेना से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां अज्ञात चोरों ने 12 भैंसों की चोरी कर ली। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने न्याय की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कार्यालय का रुख किया। चोरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसने मामले को और तूल दे दिया है। एसपी ने ग्रामीणों को जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है, और शहर कोतवाली पुलिस जांच में जुट गई है।
घटना का विवरण
ग्राम पुसेना में रात के समय अज्ञात चोरों ने 12 भैंसों को चुरा लिया। यह भैंसें ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य स्रोत थीं। घटना का एक वीडियो, जिसमें चोर भैंसों को ले जाते हुए दिख रहे हैं, सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इससे ग्रामीणों का आक्रोश और बढ़ गया, और उन्होंने प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
ग्रामीणों का प्रदर्शन
गुस्साए ग्रामीण मैनपुरी के एसपी कार्यालय पहुंचे और इंसाफ की गुहार लगाई। पीड़ित ग्रामीण राकेश ने कहा:
“हमारी 12 भैंसें चोरी हो गईं, जो हमारी आजीविका का आधार थीं। हमारी मेहनत और पूंजी लुट गई। हम चाहते हैं कि पुलिस जल्द से जल्द चोरों को पकड़े और हमारी भैंसें वापस कराए।”
वहीं, ग्रामीण कमला देवी ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा:
“हम गरीब लोग हैं, भैंसें ही हमारा सहारा थीं। चोरों ने सब कुछ लूट लिया। पुलिस से हमें इंसाफ चाहिए।”
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस अधीक्षक ने शिकायत को गंभीरता से लिया और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि:
“हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। वायरल वीडियो और अन्य साक्ष्यों के आधार पर चोरों की तलाश शुरू कर दी गई है।”
शहर कोतवाली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और वीडियो साक्ष्य के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान के आधार पर जांच जारी है। आसपास के जिलों में भी भैंसों की तलाश के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
यह घटना ग्रामीणों के लिए बड़ा आर्थिक झटका साबित हुई है। भैंसें न केवल दूध उत्पादन का जरिया थीं, बल्कि उनके माध्यम से ग्रामीण परिवार अपनी रोज़ी-रोटी चलाते थे। ऐसी चोरियों से न केवल आर्थिक नुकसान होता है बल्कि ग्रामीणों का पुलिस और प्रशासन पर विश्वास भी डगमगाता है।
कुछ स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि इस घटना के पीछे कोई संगठित गिरोह हो सकता है, जो पशुओं की तस्करी में शामिल है।
आगे क्या?
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि चोरों की जल्द गिरफ्तारी और भैंसों की बरामदगी सुनिश्चित की जाएगी। ग्रामीणों ने मांग की है कि गांव में गश्त बढ़ाई जाए और पशु चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस नीति बनाई जाए।
STV इंडिया न्यूज इस मामले की लगातार निगरानी कर रहा है और आपको आगे भी हर अपडेट से अवगत कराता रहेगा। हम पीड़ित ग्रामीणों के साथ खड़े हैं और उम्मीद करते हैं कि उन्हें जल्द न्याय मिलेगा।










