दिनांक: 25 जून 2025
बुलंदशहर जिले के थाना पहासू क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है। शिकारपुर-पहासू रोड पर स्थित एक आम के बाग में एक युवक का शव पेड़ से फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। मृतक की पहचान सिलेंद्र के रूप में हुई है, जो पहासू में एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी में काम करता था। इस घटना को लेकर जहां पुलिस इसे प्रारंभिक तौर पर आत्महत्या मान रही है, वहीं फाइनेंस कंपनी के मैनेजर ने इसे हत्या का मामला बताकर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
बुधवार की सुबह, शिकारपुर-पहासू रोड के पास एक आम के बाग में स्थानीय लोगों ने एक युवक का शव पेड़ से लटका हुआ देखा। सूचना मिलते ही थाना पहासू की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारा। मृतक की पहचान सिलेंद्र के रूप में हुई, जो पहासू में एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी में कर्मचारी था। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला माना, लेकिन सिलेंद्र के नियोक्ता, फाइनेंस कंपनी के मैनेजर, ने इस पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
मैनेजर का दावा है कि सिलेंद्र की मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है। उन्होंने पुलिस से इस मामले की गहन जांच की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके। मैनेजर के इस बयान ने घटना को और रहस्यमयी बना दिया है। स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ का मानना है कि सिलेंद्र किसी तनाव में था, जबकि अन्य लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं।
पुलिस की जांच और पोस्त्मार्टम का इंतज़ार
थाना पहासू की पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्तमॉटम के लिए भेज दिया है, और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्तमॉटम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सटीक कारणों का पता चल सकेगा। इसके अलावा, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि सिलेंद्र की मौत से पहले की परिस्थितियां क्या थीं और क्या उसे कोई धमकी या तनाव था।
पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के मैनेजर और अन्य कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि सिलेंद्र के काम या निजी जीवन में कोई ऐसी बात थी, जो इस घटना का कारण बनी हो। साथ ही, घटनास्थल की फोरेंसिक जांच भी की जा रही है, ताकि कोई सुराग मिल सके।
फाइनेंस कंपनी के मैनेजर का आरोप
फाइनेंस कंपनी के मैनेजर के हत्या के दावे ने इस मामले को और पेचीदा कर दिया है। उनका कहना है कि सिलेंद्र एक मेहनती और जिम्मेदार कर्मचारी था, और उसे आत्महत्या करने का कोई कारण नहीं था। मैनेजर ने संकेत दिया कि सिलेंद्र की मौत के पीछे कोई साजिश हो सकती है, और उन्होंने पुलिस से इसकी गहराई से जांच करने की अपील की है। हालांकि, मैनेजर ने अभी तक कोई ठोस सबूत या संदिग्ध का नाम नहीं बताया है, जिसके कारण पुलिस के लिए यह मामला चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
क्षेत्र में बढ़ते संदिग्ध मौत के मामले
बुलंदशहर में इस तरह की संदिग्ध मौत की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं। हाल ही में, 20 जून 2025 को बी बी नगर क्षेत्र में दो सड़क हादसों में चार लोगों की मौत ने इलाके में सनसनी मचा दी थी। इसके अलावा, पिछले साल दिसंबर 2024 में शिकारपुर क्षेत्र में एक युवक की संदिग्ध मौत का मामला भी सुर्खियों में रहा था। इन घटनाओं ने स्थानीय लोगों में डर और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। लोग अब प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ऐसी घटनाओं की गहन जांच हो और दोषियों को सजा मिले।
सिलेंद्र के परिवार का दर्द
सिलेंद्र की मौत ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सिलेंद्र अपने परिवार का मुख्य सहारा था। उनकी अचानक मौत से परिवार की आर्थिक और भावनात्मक स्थिति डगमगा गई है। परिवार वालों ने भी इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि सिलेंद्र एक मिलनसार और मेहनती व्यक्ति था, और उसकी मौत की सच्चाई सामने आनी चाहिए।
क्या है जरूरी कदम?
इस मामले में सच्चाई सामने लाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाने चाहिए:
- तेज और निष्पक्ष जांच: पुलिस को पोस्तमॉटम रिपोर्ट के साथ-साथ फोरेंसिक और गवाहों के बयानों के आधार पर त्वरित जांच करनी चाहिए।
- फाइनेंस कंपनी की जांच: सिलेंद्र के कार्यस्थल पर उसकी स्थिति, किसी तरह के दबाव, या विवाद की संभावना की जांच होनी चाहिए।
- परिवार को सहायता: सिलेंद्र के परिवार को आर्थिक और भावनात्मक सहायता प्रदान की जाए, ताकि वे इस दुखद स्थिति से उबर सकें।
- जागरूकता और सुरक्षा: ग्रामीण क्षेत्रों में मानसिक स्वास्थ्य और कार्यस्थल पर सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएं।
निष्कर्ष
बुलंदशहर के पहासू में सिलेंद्र की संदिग्ध मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह आत्महत्या थी, या इसके पीछे कोई साजिश है? फाइनेंस कंपनी के मैनेजर का हत्या का दावा और पुलिस की प्रारंभिक जांच ने इस मामले को रहस्यमयी बना दिया है। पोस्तमॉटम रिपोर्ट और पुलिस जांच से सच्चाई सामने आने की उम्मीद है, लेकिन तब तक यह घटना स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रहेगी। सिलेंद्र के परिवार को न्याय और इस मामले की सच्चाई का इंतजार है।
आपके विचार क्या हैं? क्या इस तरह के मामलों में जांच को और पारदर्शी करना चाहिए? अपनी राय कमेंट में साझा करें और इस ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं, ताकि जागरूकता फैले और न्याय की मांग को बल मिले।
स्रोत: स्थानीय सूत्र और समाचार रिपोर्ट्स
नोट: यह ब्लॉग जनहित में लिखा गया है और इसका उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना और मृतक के परिवार को न्याय दिलाने की मांग को समर्थन देना है।










