बुलंदशहर में जमीन विवाद को लेकर खूनी संघर्ष, दो की मौत, कई घायल

27 अगस्त 2025, बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में मंगलवार को जमीन विवाद को लेकर बड़ा बवाल हो गया। मामूली कहासुनी से शुरू हुआ झगड़ा देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गया। इस दौरान धारदार हथियार और लाठियों का इस्तेमाल हुआ। घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


विवाद की जड़

पुलिस के अनुसार, खुर्जा तहसील क्षेत्र के एक गांव में दो पक्षों के बीच कई वर्षों से जमीन का विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष अपने-अपने दावे कर रहे थे। मंगलवार को खेत में काम करने को लेकर अचानक कहासुनी हुई, और गुस्से में आकर दोनों गुट आपस में भिड़ गए। झगड़े के दौरान धारदार हथियारों और डंडों का जमकर इस्तेमाल हुआ।


पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही खुर्जा कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि माहौल शांत रहे।
एसपी बुलंदशहर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


गांव में तनाव का माहौल

घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने आ गए थे, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया। ग्रामीणों का कहना है कि विवाद कई बार पंचायत स्तर पर सुलझाने की कोशिश की गई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका।


सामाजिक प्रभाव और जनता की प्रतिक्रिया

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि छोटे-छोटे विवाद किस तरह खून-खराबे में बदल जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीन विवादों का समय रहते निपटारा न होने से ऐसी घटनाएं होती हैं।
सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कई लोगों ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि अगर विवाद का समाधान पहले हो जाता तो जानें न जातीं।


STV News की राय

STV News का मानना है कि जमीन विवादों को लेकर बार-बार होने वाली हिंसा समाज और प्रशासन दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती है। ज़रूरी है कि ऐसे विवादों को समय रहते सुलझाने के लिए कानूनी और पंचायत स्तर पर ठोस व्यवस्था की जाए। साथ ही, लोगों को भी चाहिए कि वे बातचीत और समझौते से समस्याओं का समाधान करें, ताकि मासूम जिंदगियां यूं न जाएं।


आप इस घटना के बारे में क्या सोचते हैं? क्या प्रशासन को जमीन विवादों के समाधान पर और तेजी से काम करना चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट में ज़रूर बताएं। ऐसी ही ताज़ा और विश्वसनीय खबरों के लिए STV News से जुड़े रहें।

स्रोत:
स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक बयान
Dainik Jagran (जमीन विवादों पर रिपोर्ट)
Amar Ujala (उत्तर प्रदेश क्राइम कवरेज)

लेखक: STV News Team
प्रकाशन तिथि: 27 अगस्त 2025

Translate »
Need Help?