एसटीवी न्यूज स्पेशल रिपोर्ट: बुलंदशहर के सिपाही अमित कुमार की मौत से मचा हड़कंप, सुसाइड नोट में गंभीर आरोप

बुलंदशहर, 10 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के डोमला हसनगढ़ गांव से एक दुखद और सनसनीखेज खबर सामने आई है। यूपी पुलिस के सिपाही अमित कुमार, जिनकी तैनाती बिजनौर पुलिस लाइन में थी, ने 1 सितंबर 2025 की रात जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। आठ दिन तक मेरठ के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 9 सितंबर को उनकी मौत हो गई। इस घटना ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गांव को गमगीन कर दिया।

आज, 10 सितंबर को, डोमला हसनगढ़ में नम आंखों के साथ सिपाही अमित कुमार का अंतिम संस्कार किया गया। गांव में गमगीन माहौल रहा और सैकड़ों ग्रामीणों ने अमित को अश्रुपूर्ण विदाई दी।


कौन थे अमित कुमार?

26 वर्षीय अमित कुमार वर्ष 2021 में यूपी पुलिस में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग बिजनौर पुलिस लाइन में थी। परिजनों के अनुसार, अमित अविवाहित थे और उनकी शादी के लिए रिश्ते देखे जा रहे थे। लेकिन अचानक इस घटना ने पूरे परिवार को गहरे दुख में डाल दिया है।


सुसाइड नोट में क्या लिखा?

1 सितंबर की रात, अमित कुमार ने सुसाइड नोट लिखकर जहरीला पदार्थ खा लिया। बिजनौर पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

सुसाइड नोट में अमित ने अपने कुछ साथियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि अमित को विभागीय स्तर पर उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था, जिसके चलते उन्होंने यह कदम उठाया।


परिवार की मांग

मृतक के बड़े भाई, नरेंद्र सिंह, ने बिजनौर प्रशासन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा:

“मेरे भाई को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। हम चाहते हैं कि सुसाइड नोट में लिखे गए सभी आरोपों की गहन जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।”


पुलिस प्रशासन पर सवाल

हाल के महीनों में उत्तर प्रदेश में कई पुलिसकर्मियों द्वारा आत्महत्या की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें कार्यस्थल पर उत्पीड़न और मानसिक तनाव प्रमुख कारण बताए गए। अमित कुमार का मामला भी इन्हीं सवालों को और गंभीर बना देता है।

बिजनौर पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मामले की गहराई से जांच की जाएगी। वहीं, सामाजिक संगठन और स्थानीय लोग भी निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।


निष्कर्ष

सिपाही अमित कुमार की मौत ने पुलिस विभाग के अंदरूनी हालात और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े गंभीर मुद्दों को फिर से उजागर कर दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी गंभीरता दिखाता है और क्या अमित कुमार को न्याय मिल पाता है।


हम सिपाही अमित कुमार के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। एसटीवी न्यूज इस मामले की हर अपडेट आपको पहुंचाता रहेगा।

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