जनपद बलरामपुर की पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना कोतवाली देहात पुलिस ने अन्तरजनपदीय चोरी व नकबजनी करने वाले गिरोह के तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से विभिन्न घटनाओं में चोरी गया भारी मात्रा में जेवर व नकदी बरामद की है। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में अपराधियों के खिलाफ एक मजबूत संदेश गया है।
📌 घटना का संक्षिप्त विवरण
थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में दो अलग-अलग चोरी की घटनाएं दर्ज की गई थीं।
- पहली घटना 20 मई 2025 को वादी कुलदीप सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके चचेरे भाई के घर से लगभग ₹2 लाख के सोने-चांदी के जेवर चोरी कर लिए गए।
- दूसरी घटना 19 जून 2025 को वादी राधेश्याम गौतम ने बताया कि उनके घर से ₹13,000 नकद व जेवरात चोरी हो गए।
दोनों मामलों में बीएनएस की धारा 305A/331(4) के तहत मुकदमे दर्ज किए गए।
👮♂️ पुलिस की सक्रियता और गिरफ्तारी
पुलिस अधीक्षक बलरामपुर श्री विकास कुमार के निर्देश पर, अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पांडेय व सीओ नगर ज्योति श्री के कुशल पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी बृजानंद सिंह ने अपनी टीम के साथ एक विशेष ऑपरेशन चलाया।
मुखबिर की सूचना पर सेमरहना प्राइमरी स्कूल के पास से तीन अभियुक्त गिरफ्तार किए गए:
- अनिल कुमार पुत्र प्रेम कुमार, निवासी गणेशपुर
- प्रेम कुमार पुत्र चुन्नीलाल, निवासी गणेशपुर
- राधेश्याम विश्वकर्मा पुत्र मनीराम, निवासी विस्कोहर मोड़
🕵️♀️ पूछताछ में बड़ा खुलासा
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि वे एक संगठित गिरोह में शामिल हैं, जो बलरामपुर और आसपास के जिलों में रैकी कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।
- रात के अंधेरे में छत या खिड़की से घरों में प्रवेश करते
- जेवर, नकदी और कीमती सामान चुराकर भाग जाते
- नेपाल में बेचना, या
- राधेश्याम विश्वकर्मा द्वारा जेवर गलवाकर नेपाल में ऊंचे दामों पर बेचा जाता
अभियुक्त अनिल कुमार की निशानदेही पर उसके घर से चोरी का माल भी बरामद किया गया।
📍 बरामद सामान
- भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवर
- नगदी
- पुराने चोरी के केसों से जुड़ा माल
📝 पुलिस का बयान
बलरामपुर पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य फरार अभियुक्तों की तलाश जारी है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत दें।
📢 निष्कर्ष
बलरामपुर पुलिस की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। अन्तरजनपदीय गैंग का भंडाफोड़ कर पुलिस ने न सिर्फ चोरी के मामलों का खुलासा किया, बल्कि क्षेत्रवासियों को भी राहत दी है।










